Amar Krantikari Sukhdev by M. I. Rajasvi
माँ भारती के सपूतों की स्वर्णमयी नामावली में ‘सुखदेव’ एक ऐसा नाम है, जिनके प्रति प्रत्येक भारतीय सहज ही श्रद्धानत हो उठता है। सुखदेव ऐसे महान् क्रांतिकारी थे, जिन्होंने भारतीय युवा क्रांति को नेतृत्व दिया। उन्होंने अंग्रेजों के अत्याचार, शोषण और दमन के विरुद्ध खुला युद्ध आरंभ कर दिया था।
सुखदेव ने पंजाब की पावन भूमि पर ऐसे वातावरण में जन्म लिया, जब भारतीय जन पराधीनता की बेडि़यों में जकड़े विदेशी शासन के अत्याचारों का शिकार हो रहे थे। चारों ओर अंग्रेजों के शोषण और कुकृत्यों के बीच मर्मांतक चीत्कारें ही सुनाई पड़ती थीं। असहाय जनमानस अंग्रेजों के हाथों का पिट्ठू बनकर रह गया था। इस तरह की घटनाओं को सुखदेव ने बड़ी निकटता से देखा था और बाल्यावस्था से ही उनके मन में अंग्रेजों से प्रतिकार लेने की भावना बलवती हो उठी थी।
प्रस्तुत पुस्तक अमर क्रांतिकारी सुखदेव में उनके विराट् व्यक्तित्व, जीवनशैली और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान पर दृष्टिपात किया गया है। उनके महान् जीवनचरित्र से जुड़ी अनेक महत्त्वपूर्ण घटनाओं को संक्षिप्त, सरल एवं सरस भाषाशैली में प्रस्तुत किया गया है।
किशोर, युवा और सभी आयु वर्ग के पाठकों के लिए प्रेरणाप्रद व उपयोगी पुस्तक।
Language |
Hindi |
---|
Kindly Register and Login to Lucknow Digital Library. Only Registered Users can Access the Content of Lucknow Digital Library.