Samaya Bharat Ke Suryodya Ka by S Gurumurthy
आज भारत विश्व-पटल पर अपनी एक विशिष्ट पहचान बना चुका है। प्रगति के पथ पर सरपट दौड़ती भारत की अर्थव्यवस्था लोगों को चकित कर रही है। आधारभूत ढाँचा निरंतर बेहतर हो रहा है, विकास का सूर्य चमक रहा है। आर्थिक मंदी के दौर में भी भारत का विकास-क्रम जारी रहा है।
सुप्रसिद्ध अर्थ-चिंतक और नीतिज्ञ एस. गुरुमूर्ति का दृढ़ विश्वास है कि यह समय भारत के सूर्योदय का है। भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है—अतीत के अंधकार से निकलकर एक नया चमकता प्रकाश देखने के लिए। उनका मानना है कि बड़ी हैरानी की बात है कि भारत जिस तेजी से विकास कर रहा है, उसका हम भारतीयों को पूरा ज्ञान नहीं है।
प्रस्तुत पुस्तक में उनके विचारशील चिंतन से भारत की सामाजिक-आर्थिक दशा-दिशा और व्यावहारिक कठिनाइयों तथा उनसे उबरने का मार्ग निकलता है।
भारत के उज्ज्वल एवं स्वर्णिम भविष्य का मार्ग प्रशस्त करती चिंतनपरक पुस्तक।
Language |
Hindi |
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