Books
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Can You Forgive Her? by Anthony Trollope
First published in the year 1864, the present novel ‘Can You Forgive Her?’ by Anthony Trollope follows three parallel stories of courtship and marriage and the decisions of three strong women: Alice Vavasor, her cousin Glencora Palliser, and her aunt Arabella Greenow. Early on, Alice asks the question “What should a woman do with her life?” This theme repeats itself in the dilemmas faced by the other women in the novel. Lady Glencora and her husband Plantagenet Palliser recur in the remainder of the Palliser series.
Canadian Geographic Best Wildlife Photography 2022
99-Plus Amazing Wildlife Photos from Canadian Geographics’s Photo Club
Top Shots from Canada’s Land, Seas and Skies
Plus animal personalities, #sharecangeo Instagram community, photo contest winners and more!
Canadian Geographic Indigenous Voices
Canadian Geographic
Indigenous Voices
KAKINIIT the revival of INUIT TATTOOING
PROMISED LANDS
A STORY OF CREE RELOCATION
SAVING THE MICHIF LANGUAGE
+ INDIGENOUS PHOTOGRAPHY FROM ACROSS THIS LAND, ORANGE SHIRT DAY, THE LAST RESIDENTIAL SCHOOL, MAPPING THE FIRST TREATIES AND MUCH MORE!
Canara Bank PO 2020
Canara Bank is a public sector bank owned by the Government of India. Its headquarters are situated in Bengaluru. Canara Bank recruits’ eligible candidates for the post of Probationary Officers and Clerks by conducting a series of tests. The selection criteria are further bifurcated into three stages i.e. Online objective test, Group Discussion followed by a Personal Interview. Candidates must clear the previous stage to qualify for the next stage. Here, we bring forth all the details regarding the Canara Bank PO exam to keep you ahead in the competition.
Cancer Karan Aur Bachav by Dr. J.L.Agrawal
कैंसर : कारण और बचाव
कैंसर का नाम सुनते ही आँखों के सामने मृत्यु तांडव करती नजर आती है। यह एक ऐसा भयंकर रोग है जिसका नाम लेते भी मन काँप जाता है। आज विश्व में रोगों के कारण हो रही मौतों में कैंसर एक प्रमुख कारण है। कैंसर स्त्रा्-पुरुष, बाल-वृद्ध किसी को भी हो सकता है। यह कई प्रकार का होता है, जैसे—मुख कैंसर, गर्भाशय कैंसर, त्वचा कैंसर, आँतों का कैंसर, स्तन कैंसर, जीभ का कैंसर आदि।
इनमें कुछ प्रकार अत्यंत भयंकर हैं तो कुछ साध्य भी हैं। उचित खान-पान, रहन-सहन एवं प्रकृति से निकटता इस रोग से बचाव में काफी हद तक कारगर है। प्रस्तुत पुस्तक में कैंसर रोग के होनेवाले कारणों पर विस्तृत दृष्टि डाली गई है तथा इसके बचाव पक्ष पर सकारात्मक एवं सार्थक जानकारियाँ दी गई हैं। हमारा खान-पान एवं रहन-सहन कैसा हो तथा किस प्रकार के वातावरण से बचना चाहिए—इस संबंध में विशिष्ट जानकारी दी गई है।
वरिष्ठ चिकित्सक एवं विद्वान् लेखक का कहना है—‘इस रोग से बचाव के लिए बहुत कुछ हमारे अपने हाथ में है।’ वह ‘बहुत कुछ’ क्या है, इसे प्रस्तुत पुस्तक को पढ़कर ही जाना जा सकता है।
यह पुस्तक कैंसर रोगियों, चिकित्सकों, चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े अन्य लोगों तथा सभी स्तर के पाठकों हेतु उपयोगी सिद्ध होगी।
Cancer Ki Raat, Asha Ki Subah by Dr. Meenu Walia
कैंसर रोग से ग्रस्त होने की पहली जानकारी जिस समय किसी स्त्री/पुरुष को मिलती है, उसके लिए उस दिन को भुला पाना संभव नहीं होता। लगभग हर किसी के लिए यह जीवन को बदल देनेवाला क्षण होता है।
प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. मीनू वालिया की यह पुस्तक जीवन में वापसी करने और पहले की ही तरह आपको आपके पैरों पर फिर से खड़ा करने में किसी मार्गदर्शक की तरह सहायता करने की क्षमता रखती है। लेखिका कहती हैं, ‘‘मैं ऐसे कई लोगों से मिल चुकी हूँ, उन्हें रोग का पता चलने के दिन रोते देखा है, पर इसके साथ ही इलाज पूरा होने पर उनके खुशी के आँसू भी देखे हैं। यह हिचकोले खाती उन भावनाओं की एक अभिव्यक्ति है, जिनकी मैं गवाह रह चुकी हूँ और उन मरीजों से अपने आप को जुड़ा हुआ महसूस किया है। हम सब अपनी गलतियों से सीखते हैं, लेकिन बुद्धिमान वही होते हैं, जो दूसरों की गलतियों से सबक लेते हैं। यह पुस्तक इलाज के दौरान पैदा होनेवाली भ्रांतियों, भय, सामाजिक लांछन को दूर करने का एक विनम्र प्रयास है। साथ ही, यह भी बताती है कि अंततः परिस्थितियों से कैसे मुकाबला करें और एक विजेता बन जाएँ।’’
कैंसर के भयावह रोग से ग्रस्त होने के बावजूद उसके उपचार के दौरान ‘करणीय-अकरणीय’ (dos & dont’s) बतानेवाली एक व्यावहारिक पुस्तक। यह आपको संबल देगी, आपको इस विपत्तिकाल से पार निकलने में सक्षम बनाएगी।
Cancer Par Vijay Kaise Prapta Karen by Vrinda Sitaram
कैंसर का नाम सुनते ही साक्षात् मृत्यु नजर आने लगती है। यह एक ऐसा रोग माना जाता है, जो लाइलाज और अत्यंत कष्टकर होता है। इसके संबंध में फैली तमाम भ्रांतियों से न केवल रोगी बल्कि उसके परिजन, मित्रजन व संबंधी भी अज्ञात भय में जीते हैं।
प्रस्तुत पुस्तक में कैंसर विशेषज्ञ लेखिका डॉ. वृंदा सीताराम ने लीक से हटकर कैंसर से जूझने, उसे पराजित करने के लिए कुछ अलग ही तथ्य, व्यवहार एवं विधियाँ सुझाई हैं। पुस्तक कैंसर के मरीजों, उनके परिजनों व मित्रों को इस रोग को सहज और खेल-भावना से लेने की सोच अपनाने तथा विकसित करने की सलाह देती है—एकदम व्यावहारिक व वस्तुपरक।
अत्यंत उपयोगी पुस्तक जो कैंसर-पीड़ितों के लिए सच्चा साथी और मित्र साबित होगी।
Cancer—Its Cause and Treatment, Volume 1 (of 2) by Lucius Duncan Bulkley
Cancer has hitherto been regarded almost wholly from its histological and surgical aspects. The investigators and practitioners along these lines have been innumerable, the work done prodigious, and the literature relating thereto enormous.