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50 Safaltam Vyaktiyon Ke Success Secrets by Mahesh Dutt Sharma
SKU:
9789387968851
संकल्प • हारने से कैसा डरना • जिंदादिली • लक्ष्य की ओर यात्रा का आनंद • काम में लगे रहें • पूरे मन से काम करें • अपनी प्रतिभा को निखारें • असफलताओं से सीख • अपने मूल्यों को उन्नत करें • जितना हो सके, उतनी मेहनत करें • अपनी टीम को प्रेरित रखें • जो लक्ष्य तय करें, वही करें • खुद पर विश्वास रखें • नकारात्मक न हों • अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करें • खूब सपने देखें • धैर्य एवं दृढ़ता • कृतज्ञता • करुणा • आत्मविश्वास • अनुशासन • एकाग्रता • गिरकर हर बार उठना • जिंदगी में प्रतिबद्धता • सही राह पर चलना • मितव्ययिता • कृतज्ञता गुणकारी • सत्य • कुछ भी असंभव नहीं है • दूसरों से सबक लेने से कभी न चूकें • डर और संदेह का सामना करें • सिर्फ पैसा बनाने के लिए कारोबार नहीं • सुनो, बेस्ट लो, बाकी छोड़ो • सकारात्मक दृष्टिकोण • इनसानियत • चीजों को देखने का तरीका बदलें • चरित्र व आचरण की महत्ता • दोष नहीं, उपाय खोजें।
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, एलन मस्क, जिग जिगलर, जेफ बेजोस, जैक मा, दलाई लामा, बॉब प्रॉक्टर, मार्क जुकरबर्ग, रतन टाटा, वेन डायर, सुंदर पिचाई, स्टीव जॉब्स, स्वामी विवेकानंद सहित विश्व की सफलतम पचास विभूतियों के प्रेरक व्यक्तित्व से चुने हुए उपर्युक्त बिंदु जीवन में सफलता पाने के गुरुमंत्र हैं। इन्हें व्यवहार में लाकर कोई भी अपने जीवन में सकारात्मक भाव जाग्रत् करके मानवीय जीवनमूल्यों के साथ सफलता के पथ पर आगे बढ़ सकेगा।
Stories from Everybody’s Magazine by Various
SKU:
9788184306030
"No doubt you have heard the age-old legend of the Mother Vein of Gold, which appears and vanishes, now and again, in this corner of the world. Superstition regarding this great original vein of gold is found wherever men seek the precious metal. The feverish Spaniards called this phantom lode the Madre d'Oro, or "Mother of Gold." Now it is located in Mexico, now in India or Peru, California or Australia. Tradition says that Montezuma got his gold from this great vein, which lay in a secret valley whose where-abouts was jealously guarded by three priests of the war tribe, sole possessors of the knowledge. Any intruder who by chance or design looked down into this valley was smitten absolutely blind. Tradition among the successors of the Aztecs says that when Montezuma passed, the Madre d'Oro sank back again into the earth, and has been seen no more. Men still follow the phantom vein. Those who see it, even in their dreams, still are smitten blind." -Preface
R.U.R by Karel Čapek
SKU:
9788184305466
R.U.R., which stands for Rossum’s Universal Robots, is a 1920 science fiction play by the Czech writer Karel Čapek. The play begins in a factory that makes artificial people, called roboti or robots, from synthetic organic matter. Unlike the present conception of robots, they are living flesh and blood creatures rather than machinery, and are closer to the modern idea of clones. They seem happy to work for humans at first, but a robot rebellion leads to the extinction of the human race.
Miss Crespigny by Frances Hodgson Burnett
SKU:
BP-2020-005-0097
“Another party?” said Mrs. Despard.
“Oh yes!” said Lisbeth. “And, of course, a little music, and then a little supper, and a little dancing, and all that sort of thing.” And she frowned impatiently.
Mrs. Despard looked at her in some displeasure.
“You are in one of your humors, again, Lisbeth,” she said, sharply.
“Why shouldn’t I be?” answered Miss Crespigny, not a whit awed by her patroness. “People’s humors are their privileges. I would not help mine if I could. I like them because they are my own private property, and no one else can claim them.”
“I should hardly think any one would want to claim yours,” said Mrs. Despard, dryly, but at the same time regarding the girl with a sort of curiosity.
An Eternal Career by Frank L. Hammer and Lydia Hammer
SKU:
PP-02020-0003-33
The purpose of this book is to acquaint readers with the fact that they are immortal souls embarked upon an eternal career.
The great masses of humanity have not commenced to live, are hardly aware of their possibilities. They express chiefly on the physical plane and, through ignorance of Life's laws, frequently attract the undesirable and destructive. Conscious of only the material, they overdevelop it to the exclusion of the spiritual, becoming lopsided. They become great in one direction and remain small in all the others. A millionaire is usually regarded as a criterion of success. If his intellectual and spiritual development were as great as his material, he would be a composite of Croesus, Socrates and Christ—a Colossus.
Youtube Se Kamayen Croreon by Mahesh Dutt Sharma
SKU:
9789390900510
आज इंटरनेट पर ऑनलाइन कमाई के अनेक साधन मौजूद हैं और दुनिया भर के लाखों लोग घर बैठे इन साधनों से लाखों-करोड़ों की कमाई के साथ-साथ नाम भी कमा रहे हैं।
सोशल मीडिया साइट यू-ट्यूब पर आप अकसर रोचक वीडियो देखते होंगे। क्या आपको पता है कि जैसे ही आप एक पूरा वीडियो देख लेते हैं तो वीडियो बनानेवाले के खाते में कुछ रुपए जाने की संभावना बढ़ जाती है। आप भी यू-ट्यूब पर वीडियो बनाकर लाखों रुपए कमा सकते हैं, बशर्ते आप अपनी ऑडियंस को सही तरीके से समझ पाएँ। सोशल मीडिया साइट पर युवाओं का बढ़ता रुझान यू-ट्यूब पर वीडियो बनाकर अपलोड करनेवालों के लिए एक फायदे का सौदा बनता जा रहा है।
इसमें रचनात्मकता, रोमांच, नाम और दाम सबकुछ है। पता नहीं, आपका कौन सा वीडियो लोगों को भा जाए और लाखों-करोड़ों में वायरल होकर वह आपको रातोंरात स्टार बना दे।
यह पुस्तक आपको यू-ट्यूब चैनल बनाकर धन कमाने के व्यावहारिक सूत्र बताने के साथ-साथ अन्य ऑनलाइन स्रोतों को भी आय का साधन बनाने के गुरुमंत्र बताती है।
Better Your Command on Verbs, Tenses, Phrases, Idioms & Proverbs by Arvind Shah
SKU:
9788184305056
If you know English or just started learning English, you first need to know the basic rules of the language. Developing a solid foundation in English Grammar will not only help you create your own sentences correctly but will also make it easier to improve your communication skills in both spoken and written English.
From the series of 'Better Your English Grammar and Communication Skills' this book will help you strengthen your Verbs, Tenses, Phrases, Idioms & Proverbs.
Other Books in the series:
Better Your Communication Skills
Better Your Command on Parts of Speech
Better Your Command on Articles, Adjectives and Adverbs
Better Your Knowledge on Kinds of Sentences
Better Your Knowledge on Kinds of Nouns & Pronouns
Better Your Command on Prepositions, Conjunctions, Interjections & Punctuation
1000 Media Prashnottari by Anish Bhasin
SKU:
9788177213188
बीसवीं शताब्दी के लगभग अंतिम दशक में मीडिया ने एक विषय और एक व्यवसाय दोनों ही दृष्टियों से अभूतपूर्व विस्तार प्राप्त कर लिया है। वर्तमान में यह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया, विज्ञापन, जन-संपर्क जैसे प्रचलित रूपों तक ही सीमित नहीं रहा है। आज उद्योग के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन होती प्रगति के साथ ही कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन तथा ऑनलाइन (इंटरनेट) जर्नलिज्म के साथ-साथ सोशल मीडिया भी अस्तित्व में आ गया है।
प्रस्तुत पुस्तक में मीडिया के विविध आयामों, यथा—विश्व पत्रकारिता, भारतीय पत्रकारिता, मुद्रण, समाचार-पत्र, रेडियो, एफ.एम. चैनल, टेलीविजन, टी. वी. चैनल, खोजी पत्रकारिता, वीडियो, फिल्म, न्यूज एजेंसियाँ (विश्व एवं भारतीय), सोशल मीडिया, सूचना प्रौद्योगिकी, दूरसंचार मीडिया, कानून, मीडिया संगठन, विज्ञापन एवं जनसंपर्क आदि से संबंधित एक हजार प्रश्न दिए गए हैं और हर प्रश्न के साथ चार विकल्प दिए गए हैं, जिनमें से एक सही है। कोई भी महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर छूटे नहीं, इसका यथासंभव ध्यान रखा गया है।
आशा है कि यह पुस्तक मीडिया एवं पत्रकारिता के संदर्भ में सामान्य जानकारी की इच्छा रखनेवाले पाठक से लेकर संबंधित क्षेत्र के विद्यार्थियों एवं मीडिया विषयक विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए (जैसे यू.जी.सी. नेट) विशेष रूप से उपयोगी सिद्ध होगी। इसके अतिरिक्त मीडियाकर्मी, संपादक-उपसंपादक, संवाददाता/रिपोर्टर एवं लेखक आदि भी इस महत्त्वपूर्ण पुस्तक का लाभ उठाएँगे।
Loktantra by Brahma Dutt Awasthi
SKU:
9789380186504
‘लोकतंत्र’ लोक के जिस हिमालयी शिखर से निकला था, उसका प्रवाह पश्चिम की भोगवादी स्वार्थपरक दृष्टि में इतना छितराया कि उसका मूल-प्रवाह कौन सा है—पहचानना मुश्किल हो गया है, जो अब नाम लेने को तो लोकतंत्र है, पर वास्तव में यह उस गंदी नाली से भी बदतर है, जो प्रवाहहीन होकर सड़ाँध मार रही है।
प्रवाहहीन-लोक लोकतंत्र को गति कैसे प्रदान करे? इसके लिए तो लोक को स्वतःस्फूर्त होकर स्वयं सिद्धमना बन भागीरथ प्रयास करना होगा।
‘लोकतंत्र’ शीर्षक यह पुस्तक भूमि, जन और संस्कृति के भोगे हुए यथार्थ और वर्तमान लोकतंत्र के पड़े हुए कुठाराघातों से आंदोलित मन की पीड़ा का वह ज्वालामुखी विस्फोट है, जिससे निकले शब्द रूपी प्रक्षिप्त-पदार्थ (Pyroclast) देखने में तो बिना लय, ताल, आकार, क्रम के प्रतीत होते हैं परंतु उनका संगीत शुद्ध प्राकृतिक दैवजनित है, जिसको सुनना-समझना सृष्टि की आत्मा को आत्मसात् करने जैसा होता है, जहाँ कुछ भी अव्यवस्थित नहीं, सब प्राकृतिक रूप से लयबद्ध और तालबद्ध।
लोकतंत्र के इस संगीत को हम सभी महसूस कर आत्मसात् करें, जिससे लोक के आँगन में सृजन और स्व-विकास की स्वर-लहरियाँ फिर से गूँज उठें और हम विजयी हो ‘पाञ्चजन्य’ का नाद कर सकें।
Saptkranti Ke Samvahak Jannayak Karpuri Thakur Smriti Granth Vol-2 by Naresh Vikal, Harinandan Sah
SKU:
9789353222529
रतीय वाङ्मय में महापुरुषों के जीवन-वृत्त पर, व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केंद्रित, आधृत अभिनंदन-ग्रंथ और स्मृति-ग्रंथ समर्पित करने की एक सुदीर्घ एवं समृद्ध परंपरा रही है, ताकि भावी पीढ़ी, जन-मानस अभिनंदित, स्मारित व्यक्ति कृत्यों, कृतियों व आदर्शों से प्रेरणा ग्रहण कर सके, उनके विराट् व्यक्तित्व में अपने को सन्निहित करने के लिए हृदयंगम कर सके।
किस तरह एक व्यक्ति सार्वजनिक जीवन के प्रश्नों को, संघर्षों को कभी व्यक्तिगत आरोहों-अवरोहों से संलिप्त, संपृक्त नहीं कर पाया। सामाजिक न्याय और समाजवाद के लिए अपनी उत्सर्गता के लिए विख्यात जनप्रिय इस व्यक्ति ने पीडि़त मानवता के उद्धार के लिए, जनता की अमूर्त भावनाओं को परखकर सियासत करने के लिए और उसे मूर्त रूप देने के लिए क्या कुछ किया, उसका अनुपम प्रत्यक्ष कराना ही इस स्मृति-ग्रंथ का मुख्य उद्देश्य है।
इसी अभीष्ट की अभिपूर्ति के लिए, महात्मा गांधी के त्याग, आंबेडकर के सिद्धांत, लोहिया के सद्विचार और जे.पी. की संघर्षशीलता-धैर्यता के समवेत अंश जननायक कर्पूरी ठाकुर के समग्र पक्षों को दुर्लभ दस्तावेजों को सहेजने, समेटने, संकलित करने का सार्थक प्रयास है यह ‘जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति-ग्रंथ’।
इस ग्रंथ में यह तथ्य सबों के समक्ष परोसने की चेष्टा की गई है कि इस शब्दपुरुष ने अपने संबोधन में प्रेरणा की ज्योति को किस तरह छिटकाया, बलिदानी राष्ट्रनायकों को भी किस तरह नमन किया!
यह सर्वमान्य सत्य है कि जननायक के अंतस में लोकमंगल की सुदृढ़ भावना एक स्थायी भाव के रूप में विराजमान रहती थी, उनका यह अंतर्भाव अनायास संबोधित समाज तक संक्रमित हो जाता था। जनता में उनकी अपार आस्था, श्रद्धा और अटल विश्वास को भावी इतिहास पीडि़त मानवता के पृष्ठों पर असीम ऊर्जा और कर्मठता से लिखेगी।
भारतीय राजनीति और सामाजिक सद्भाव को समर्थता प्रदान करने में इस देदीप्यमान नक्षत्र के विभिन्न आयामों का दिग्दर्शन कराना इस स्मृति-ग्रंथ का अभिप्राय है।
इस स्मृति-ग्रंथ में सहज-सरल भाषा में व्यक्त रचनाएँ सामान्य साक्षर जनों तक लोकदेव कर्पूरी ठाकुर की सर्जनात्मक क्षमता, व्यक्तित्व की विशालता को प्रभावी स्वर प्रदान करने में सर्वभावेन समर्थ होती जान पड़ती है।
Leadership Ke Funde by N. Raghuraman
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9788173158827
जब कोई टीम जीतती है तो श्रेय पूरी टीम को मिलता है, पर उसमें विशेष योगदान उस टीम के लीडर का होता है। वह भिन्न-भिन्न सोच, क्षमता और प्रकृति के लोगों में एक ऐसे भाव का सूत्रपात करता है कि सबका एक ही लक्ष्य बन जाता है—जीत और सफलता।
कंपनी के उत्कर्ष के सफर में जहाँ लीडरशिप की मुख्य भूमिका होती है, वहीं अक्षम और अकुशल नेतृत्व किसी भी कंपनी को धराशायी करने के लिए काफी है। यह कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है कि रिलायंस, इंफोसिस और टाटा जैसी कंपनियों ने वैश्विक स्तर पर सफलता का परचम लहराया और प्रसिद्धि पाई। दूरदर्शी सोच, रचनात्मक क्षमता और प्रबंधन कौशल—ये सभी कुशल नेतृत्व के विभिन्न पहलू हैं।
मैनेजमेंट के छोटे-छोटे सूत्रों की महत्ता को एक महत्त्वपूर्ण फंडा बनाने में सिद्धहस्त सुप्रसिद्ध स्तंभकार श्री एन. रघुरामन के व्यापक अनुभव से उपजे ये फंडे नेतृत्वकला को एक नई परिभाषा देते हैं। ये अपने सहयोगियों के साथ व्यवहार, उनकी क्षमताओं, उनके सुख-दु:ख में सहभागिता को ध्यान में रखने की याद दिलाते हैं। ये फंडे अहसास कराते हैं कि बेशक कोई व्यक्ति टीम लीडर हो, पर उसकी सफलता टीम वर्क पर ही निर्भर करती है।
आइए, इन फंडों से नेतृत्व कौशल के लिए आवश्यक गुणों में श्रीवृद्धि कर एक सफल लीडर बनें।
Grahakon Ko Khush Rakhna Seekhen by Promod Batra
SKU:
9788173158964
ग्राहक की खुशी को सुनिश्चित करना या यूँ कहें कि ग्राहक की संतुष्टि उसके प्रति उत्तरदायित्व का मूल तत्त्व है। जिस व्यवसाय में ग्राहक के प्रति जितना ज्यादा उत्तरदायित्व होगा, वह व्यवसाय उतना ही अधिक सफल होगा। इसलिए ग्राहकों की बात सुनिए, अपने उनकी इज्जत कीजिए, उनकी जरूरतों का आदर कीजिए, उनसे मिले अनुभवों पर ध्यान (आलोचना नहीं) दीजिए, उनकी प्रशंसा कीजिए कि आप उनकी वजह से ही यहाँ हैं, और सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण बात कि नम्र बनिए, तब आप किसी भी व्यवसाय के लिए ‘श्रेष्ठ व्यक्ति’ हैं।
यह पुस्तक सलाह देती है कि अपने ग्राहकों की आवश्यकताओं और दुविधाओं के प्रति मित्रतापूर्ण व्यवहार प्रदर्शित कीजिए। ग्राहक की अधिक खुशी के लिए कम वादे करें और अधिक काम करें। महात्मा गांधी ने भी कहा था कि ‘ग्राहक भगवान् का रूप होता है।’ व्यवसाय की सफलता भी इसी ग्राहक-रूपी भगवान् की मुसकान में छिपी है। सरल-सुबोध भाषा में ग्राहकों/कस्टमर्स को खुश करके व्यावसायिक उन्नति के मूलमंत्र बताती एक रोचक एवं पठनीय पुस्तक।
Jack Ma Ke Prerak Vichar by Mahesh Dutt Sharma
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9789390900022
अगर आप उन्नति करना चाहते हैं तो एक अच्छे अवसर को ढूँढि़ए।
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता, यदि हम असफल हो गए। कम-से-कम हमने दूसरों के लिए रास्ता तो बना दिया। भले ही मैं असफल हो गया, लेकिन कोई तो जरूर सफल होगा।
सदैव इन तीन सिद्धांतों को अपने ध्यान में रखना चाहिए—एक, जो आप करना पसंद करते हों; दो, जो आपको करना चाहिए तथा तीन, कितने समय तक इसको करना चाहिए।
एक लीडर के अंदर अधिक धैर्य व दृढ़ता होनी चाहिए और उसे वह सहन करने में सक्षम होना चाहिए, जो उसके कर्मचारी नहीं कर सकते।
इससे फर्क नहीं पड़ता कि लक्ष्य कितना कठिन है। आपके पास हमेशा वह सपना होना चाहिए, जो आपने पहले दिन देखा था। वह आपको प्रेरित रखेगा और आगे बढ़ाएगा।
—इसी पुस्तक से
विश्वविख्यात उद्योगपति जैक मा ने बहुत कम समय में अपनी अपूर्व दूरदर्शिता, निष्ठा, मेहनत, टीमवर्क और सफल होने के लिए आवश्यक सिद्धांतों के बल पर अपार सफलता और समृद्धि अर्जित की है। यह पुस्तक उनके कुछ ऐसे विचारों का संकलन है, जो किसी भी क्षेत्र में कार्यरत व्यक्ति को प्रेरणा देंगे, दिशा दिखाएँगे।
Jo Sahata Hai Wahi Rahata Hai by Acharya Mahaprajna
SKU:
9789350480441
विचार के मैल दूर करने, विचार को निर्मल बनाने का एक ही उपाय है कि निर्विचार की आग में विचार को डाल दिया जाए, वह अपने आप निर्मल हो जाएगा। विचार के सारे मैल साफ हो जाने के बाद उसमें से सृजनात्मकता, विधायकता, ज्योति और आस्था निकलेगी।
किसी के कहने से कोई चोर नहीं बनता और किसी के कहने से कोई साधु नहीं बनता। आत्मा स्वयं को जानती है कि मैं चोर हूँ या साहूकार हूँ।
ग्रंथ या पंथ का धर्म बड़ा नहीं होता। धर्म वह बड़ा होता है, जो हमारे जीवन के व्यवहार में उपलब्ध होता है।
आधुनिक अर्थशास्त्र ने आसक्ति की चेतना को बहुत उभारा है। उससे भूख की समस्या का समाधान तो हुआ है, किंतु आर्थिक अपराधों में भारी वृद्धि हुई है। अमीरों की अमीरी बढ़ी है, लेकिन उसी अनुपात में गरीबों को उतनी सुविधाएँ नहीं मिली हैं।
केवल अतीत के सुनहरे सपने दिखानेवाला धर्म चिरजीवी नहीं रह सकता। वही धर्म स्थायी आकर्षण पैदा कर सकता है, जो वर्तमान की समस्या को सुलझाता है।
—इसी पुस्तक से
विश्वप्रसिद्ध धर्मगुरु आचार्यश्री महाप्रज्ञ के विशद ज्ञान के कुछ रत्नदीप इस पुस्तक में सँजोए हैं, जो हमारे जीवन-पथ को आलोकित करेंगे।
आचार्य महाप्रज्ञ ने हर एक विषय पर अपनी लेखनी चलाई, विविध विषयों को प्रवचन का आधार बनाया। दस वर्ष की अवस्था में संसार को त्यागनेवाले एक धर्मगुरु सामाजिक, आर्थिक और व्यक्तिगत स्तर पर आनेवाली समस्याओं का स्टीक समाधान प्रस्तुत करें तो यह महान् आश्चर्य है। यह काम आचार्यश्री महाप्रज्ञ ने अपनी प्रज्ञा जागरण से किया। लोगों के मानस में यह विश्वास जमा हुआ था कि जिस समस्या का समाधान अन्यत्र न मिले, वह समाधान आचार्यश्री महाप्रज्ञ के पास अवश्य मिल जाएगा। बड़े-बड़े चिंतक, दार्शनिक, धर्मगुरु एवं राजनीतिज्ञ सब इस आशा से उनके पास आते थे कि आचार्यश्री महाप्रज्ञ एक ऐसे शख्स हैं, महापुरुष हैं, जो संपूर्ण विश्व का मार्गदर्शन कर सकते हैं।
आचार्य महाप्रज्ञ की प्रस्तुत पुस्तक ‘जो सहता है, वही रहता है’ युवा पीढ़ी को नई दिशा देनेवाले सूत्रों को सँजोए हुए है। ये सूत्र युवाओं के जीवन-निर्माण में चामत्कारिक ढंग से कार्य करेंगे, जिससे युवा जोश के साथ होश को कायम रख सकेंगे और अपने सोचने के तरीके को सम्यक् बना सकेंगे।
Prernapunj Kiran Bedi by Tejpal Singh Dhama
SKU:
9789384344160
अत्याचार और अन्याय के खिलाफ आवाज उठानेवाली, असहाय और निर्बल का संरक्षण करनेवाली, सामाजिक कुरीतियों को ध्वस्त करनेवाली, भ्रष्टाचार के विरुद्ध शंखनाद करनेवाली, किसी एक भारतीय महिला का नाम लें, तो वह होगा—वरिष्ठ पुलिस अधिकारी डॉ. किरण बेदी।
अपने सेवाकाल और उसके बाद भी जो निरंतर सामाजिक उत्थान के लिए कृतसंकल्प रहीं और तनमनधन से सकारात्मक कार्य करके समाज में आदर्श और अनुकरणीय बनीं, उन डॉ. किरण बेदी की प्रेरणाप्रद जीवनगाथा है यह पुस्तक।
हमारा विश्वास है कि यह पुस्तक समाज में चेतना जाग्रत् करने, महिलाओं में सुरक्षा का भाव पैदा करने, निर्बलों में साहस पैदा करने और भ्रष्टाचारियों के दिलों में डर पैदा करने में सफल होगी।