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Featured Digital Library Content

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Mother Earth, Vol. 1 No. 4, June 1906 by Various

SKU: 6235989715209
Dear Friends:— I am happy, inexpressibly happy to be in your midst again, after an absence of fourteen long years, passed amid the horrors and darkness of my Pennsylvania nightmare. * * * Methinks the days of miracles are not past. They say that nineteen hundred years ago a man was raised from the dead after having been buried for three days. They call it a great miracle. But I think the resurrection from the peaceful slumber of a three days' grave is not nearly so miraculous as the actual coming back to life from a living death of fourteen years duration;—'tis the twentieth century resurrection, not based on ignorant credulity, nor assisted by any Oriental jugglery.

Selected Poems by Robert Frost

SKU: 6235989716507
I'm going out to clean the pasture spring; I'll only stop to rake the leaves away (And wait to watch the water clear, I may): I shan't be gone long.—You come too.

Basketball : Khel Aur Niyam by Surendra Shrivastava

SKU: 9789380839189
बास्केटबॉल बास्केटबॉल एक टीम खेल है, जिसमें 5 सक्रिय खिलाड़ियों वाली दो टीमें होती हैं, जो एक-दूसरे के खिलाफ एक 10 फीट (3.048 मीटर) ऊँचे घेरे (गोल) में संगठित नियमों के तहत एक गेंद डालकर अंक अर्जित करने की कोशिश करती हैं। यह विश्‍व के सबसे लोकप्रिय और व्यापक रूप से देखे जानेवाले खेलों में से एक है। गेंद को ऊपर से टोकरी के आर-पार फेंककर (शूटिंग) अंक बनाए जाते हैं; खेल के अंत में अधिक अंकोंवाली टीम जीत जाती है। गेंद को कोर्ट में उछालते हुए (ड्रिब्लिंग) या साथियों के बीच आदान-प्रदान करके आगे बढ़ाया जाता है। बाधित शारीरिक संपर्क (फाउल) को दंडित किया जाता है और गेंद को कैसे सँभाला जाए, इसके भी नियम हैं। सन् 1932 में अंतरराष्‍ट्रीय बास्केटबॉल महासंघ का गठन, आठ संस्थापक देशों, यथा—अर्जेंटीना, चेकोस्लोवाकिया, ग्रीक, इटली, लातविया, पुर्तगाल, रोमानिया और स्विट्जरलैंड द्वारा किया गया था। इस समय, संगठन केवल शौकिया खिलाड़ियों का निरीक्षण करता है। पुरुषों के बास्केटबॉल को सर्वप्रथम 1936 में बर्लिन ओलंपिक खेलों में शामिल किया गया। इस प्रकार की ढेरों जानकारियों से युक्‍त यह पुस्तक खेल-प्रेमियों को अवश्य पसंद आएगी।

The Two Admirals by James Fenimore Cooper

SKU: 9788184307147
It is a strong proof of the diffusive tendency of every thing in this country, that America never yet collected a fleet. Nothing is wanting to this display of power but the will. But a fleet requires only one commander, and a feeling is fast spreading in the country that we ought to be all commanders; unless the spirit of unconstitutional innovation, and usurpation, that is now so prevalent, at Washington, be controlled, we may expect to hear of proposals to send a committee of Congress to sea, in command of a squadron. We sincerely hope that their first experiment may be made on the coast of Africa.

Amarnath Yatra by Amit Kumar Singh

SKU: 9789382898993
यात्रा जीवन का रोमांच है। यात्रा का बाहरी-सुख अंतस के आनंद को भी झंकृत करता है। इसलिए यात्रा करना जहाँ आनंदप्रद होता है, वहीं यह उस स्थान की सभ्यता-संस्कृति को भी जानने का अवसर देती है। तीर्थ स्थलों की यात्रा आनंद के साथ-साथ हमें भक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत कर देती है। ऐसी ही एक अत्यंत पवित्र अमरनाथ-यात्रा संपूर्ण दृष्टि से सत्यं शिवं सुंदरम् का जीवंत रूप है। अमरनाथ-यात्रा के दौरान, जब प्रकृति का अनुपम सौंदर्य, अनायास उद्घाटित होता है, तभी यह समझ आता है कि हिंदू-परंपरा में सौंदर्य को सत्य और शिव के समकक्ष क्यों स्थान दिया गया है! यों ही यात्रा में तीर्थयात्रियों की अप्रतिम श्रद्धा, सेना की चुस्ती और स्थानीय-कश्मीरियों के अकल्पनीय-सहयोग से एक शुभ और संगीतमय वातावरण निर्मित हो जाता है। यहाँ शुभ से मिलन है। अमरनाथ-यात्रा भारत की आत्मा का गहन अवलोकन भी है। भारत सत्य के प्रयोग की अनूठी भूमि रही है। यहाँ सत्य की गहरी प्यास देखी जा सकती है। अमरनाथ-यात्रा इसकी बानगी प्रस्तुत करती है। अमरनाथ-यात्रा की इस वृत्तांत-गंगा में डुबकी लगाने के लिए आप सभी पाठकों का आमंत्रण है। बस आपको पूर्व धारणाओं, किस्सों और मान्यताओं का वस्त्र अनावतरित करना पड़ेगा। यह थोड़ा कठिन है, परंतु असंभव नहीं। तभी इस डुबकी में हमें आनंद की झलक मिल सकेगी। संपूर्ण अमरनाथ यात्रा का सरस एवं तथ्यपरक रोमांचक वर्णन।

The Kingdom of Slender Swords by Hallie Erminie Rives

SKU: 9788184306866
From time to time she was kind enough to confide to me its progress. When the manuscript was completed I was privileged to go over it, and the hours so spent were of unbroken interest and pleasure. In the chapters of this novel the author seems always to have had such high ideals before her, and the result is that, besides being an exciting and agreeable reading, the book contains elements of serious and instructive consideration.

Vishwa Hindu Parishad Ke Shilpi : Dada Saheb Apte by Dr. Kuldeep Chand Agnihotri

SKU: 9789352665457
दादा साहेब आपटे के जीवन के बारे में किसी भी भाषा में लिखी गई यह पहली पुस्तक है। दादा साहेब आपटे अपने समय के उद्भट विद्वान् थे। उनकी पंद्रह से ज्यादा पुस्तकें अंग्रेजी व मराठी में प्रकाशित हुई थीं। लोकमान्य तिलक के मराठी दैनिक में वे नियमित लिखते थे। तमिलनाडु में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे। भारतीय भाषाओं की पहली संवाद समिति ‘हिंदुस्थान समाचार’ की स्थापना उन्होंने की थी। ‘विश्व हिंदू परिषद्’ के वे संस्थापक अध्यक्ष थे। वेद की स्थापना करने के लिए वे विश्व के अनेक देशों में गए। लेकिन अब तक उनकी कोई समग्र जीवनगाथा उपलब्ध नहीं थी। यह पुस्तक इसी कमी को पूरा करने का विनम्र प्रयास है। ‘हिंदुस्थान समाचार’ एवं विश्व हिंदू परिषद् की स्थापना की पृष्ठभूमि और निर्धारित दिशा का गंभीर आकलन पहली बार इस पुस्तक में हुआ है।

The Charing Cross Mystery by J. S. Fletcher

SKU: 6235989716498
Hetherwick had dined that evening with friends who lived in Cadogan Gardens, and had stayed so late in conversation with his host that midnight had come before he left and set out for his bachelor chambers in the Temple; it was, indeed, by the fraction of a second that he caught the last east-bound train at Sloane Square.

The Behavior of the Honey Bee in Pollen Collection by Dana Brackenridge Casteel

SKU: 6235989715047
While working upon the problem of wax-scale manipulation during the summer of 1911 the writer became convinced that the so-called wax shears or pinchers of the worker honey bee have nothing whatever to do with the extraction of the wax scales from their pockets, but rather that they are organs used in loading the pollen from the pollen combs of the hind legs into the corbiculæ or pollen baskets (Cast eel, 1912). Further observations made at that time disclosed the exact method by which the hind legs are instrumental in the pollen-loading process and also the way in which the middle legs aid the hind legs in patting down the pollen masses. During the summer of 1912 additional information was secured, more particularly that relating to the manner in which pollen is collected upon the body and legs of the bee, how it is transferred to the hind legs, how it is moistened, and finally the method by which it is stored in the hive for future use.

The Peep of Day by Mrs. Favell Lee Mortimer

SKU: 9788184305913
"This little work aims to be the very least of all;—not in size, but in the humility of its contents. It aims at the superlative degree of littleness; and in this point seeks to resemble the least watch ever made—the least picture ever painted—the tiniest flower that ever grew. It desires to be among books as the humming-bird among birds. "As soon as a child’s mind is capable of receiving systematic instruction, this humble work attempts to convey it." -Preface

Bihar Shatabdi Ke 100 Nayak by Dhruv Kumar

SKU: 9789350483619
बिहार अति प्राचीन काल से ही सांस्कृतिक, सामाजिक, साहित्यिक, धार्मिक एवं राजनीतिक पुनर्जागरण के प्रस्फुटन का पावन स्थल रहा है। सदियों से भारत के इतिहास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए बिहार की अपनी अलग पहचान रही है। आधुनिक बिहार के निर्माण को एक सौ वर्ष पूरे हो चुके हैं। इन सौ वर्ष़ों में बिहार की धरती प्राचीन युग की तरह अनेक सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनैतिक, साहित्यिक क्रांति, बदलाव और पुनःस्थापन की गवाह बनी। इस दौरान यहाँ अनेक विभूतियों ने जन्म लिया जिनके ज्ञान, त्याग, समर्पण, बुद्धि, बल, तप, संघर्ष और नेतृत्व का लाभ बिहार के साथ-साथ भारत समेत पूरी दुनिया को मिला। पिछले सौ वर्ष़ों के इतिहास में बिहार की माटी में पैदा हुए, पले और बड़े हुए वैसे लोगों की फेहरिश्त बहुत लंबी है, जिनके योगदान से देश और दुनिया की चमक निखरी, वर्तमान गौरवशाली हुआ और भविष्य की लौ सुरक्षित और सुनहरी हुई। विभिन्न क्षेत्रों में योगदान करनेवाले ऐसी विभूतियों में से सौ लोगों को चुनना कठिन दौर से गुजरना है। ऐसे महान् लोगों के जीवन उनके कृतित्व और योगदान को महज दो-तीन पन्नों में समेटना और भी दुरूह कार्य था।

Shiksha Ke Dwandwa by Pawan Sinha

SKU: 9789353226329
शिक्षा के बारे में एक विचार सदैव आपके-हमारे मन पर हावी रहता है और वह यह कि बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी केवल और केवल शिक्षक की ही है। जरा सोचिए, आखिर बच्चे स्कूल क्यों जाते हैं? पढ़ने के लिए न! कौन पढ़ाता है? शिक्षक। तो इस लिहाज से बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी शिक्षक की ही हुई। शिक्षा के संदर्भ में यह सवाल अकसर उठता है कि क्या शिक्षा केवल स्कूल से जुड़ी हुई है? नहीं। लेखक की दृष्टि में शिक्षा और स्कूलिंग दो अलग-अलग अवधारणाएँ हैं। शिक्षा एक बृहत् संकल्पना है और स्कूलिंग संकीर्ण संकल्पना। । 'शिक्षा के द्वंद्व' शिक्षा से जुड़े अनेक चिंतनीय और संवेदनशील मुद्दों पर बहुत खुलकर आपकी-हमारी चेतना की परीक्षा लेती है और हमारे चिंतन को जाग्रत् भी करती है; टिप्पणी करती है और सवाल भी उठाती है। मूल्य, धर्म, अभिभावक, शिक्षक, स्कूल, नीतियाँ और भारतीय समाज-सभी के संदर्भ में गहन चर्चा करती है। यह पुस्तक उन सभी के चिंतन को दिशा देती है, जो शिक्षा एवं इससे जुड़े मुद्दों को गहराई से समझना चाहते हैं। । शिक्षा, बच्चों और समाज से सरोकार रखने वाले हर आयु-वर्ग के पाठक के लिए एक पठनीय पुस्तक है।

Sabhi Ke Liye Kanoon by Deepak Kumar Maharshi

SKU: 9789383111718
सभी के लिए कानून आज हमारे पारिवारिक, सामाजिक एवं दिन-प्रतिदिन के जीवन में कानून की भूमिका महत्त्वपूर्ण हो गई है। कानून एक ऐसा विषय है, जिसके संबंध में प्रत्येक नागरिक को अनिवार्य जानकारियाँ होनी ही चाहिए। कानून के संबंध में विभिन्न प्रकार की जानकारियाँ सभी नागरिकों की आवश्यकता बन गई है। यह पुस्तक अपने पाठकों को सामान्य कानूनों की भरपूर जानकारी प्रदान करेगी। इसमें सरल व सुगम भाषा में तथ्यों को वर्णित किया गया है। इस पुस्तक को पढ़कर पाठकगण—अदालतों के प्रकार, एफ.आई.आर. दर्ज कराने के तरीके, जमानतों के तरीके, अपील के तरीके, सड़क दुर्घटना का मुआवजा, विवाह एवं तलाक, उपभोक्‍ता कानून, प्रोपर्टी ट्रांसफर, बीमा, टैक्स, चेक के अनादरण, श्रमिक कानून, दहेज, अपराधों के प्रकार और हमारे कानून का संक्षेप में इतिहास—आदि के संबंध में जानकारियाँ प्राप्‍त करेंगे। इसके माध्यम से पाठक भारतीय दंड संहिता की प्रमुख धाराओं के अंतर्गत शामिल अपराधों और उनकी सजाओं के बारे में भी जान सकेंगे। हमें विश्‍वास है, प्रस्तुत पुस्तक पाठकों को कानून संबंधी अनेक महत्त्वपूर्ण व उपयोगी जानकारियों से समृद्ध करेगी।

Talaash by Shakti Trivedi

SKU: 9789380186801
“चैन की तो आपकी गुजर रही है, वकीलनीजी।” “क्यों डॉक्टर पति अच्छे नहीं हैं क्या?” “डॉक्टर साब तो बस डॉक्टर ही हैं। पर आपको तो पहलवान मिल गए।” वह हँसकर बोली। सब भी हँस गए। “ये कृपा तो आपकी ही हुई है।” साधना बोली। “आप सुनाइए साहब बहादुर। अब तो कोई नई मेमसाहब नहीं पाल ली है।” मोहन की ओर देखकर वह बोली। “जी हाँ, हैं क्यों नहीं।” मोहन नर्मदा की ओर देखकर बोला, “क्या ये मेमसाहब से कम हैं?” “पर मैंने आपको विलायत जाने को बीस हजार दिलवाए थे, वह तो आप पूरे ही हजम कर गए।” नर्मदा ने हँसकर कहा। सभी हँस पड़े। “अब तो पहलवान साहब के भाग खुल गए।” शांति ने राजेंद्र पर व्यंग्य कसा। “आपकी बला से।” राजेंद्र ने मुसकराकर कहा। “ये सब जो हुआ बहनजी, सब भाग्य का खेल है।” नर्मदा ने साधना से कहा। -इसी पुस्तक से सामाजिक जीवन के परिवेश में नजदीक से झाँककर समाज की विडंबनाओं और शुचिताओं का लेखा-जोखा प्रस्तुत करती मनोरंजन से भरपूर कहानियाँ।

Chitra Mudgal Ki Lokpriya Kahaniyan by Chitra Mudgal

SKU: 9789351862819
सुप्रसिद्ध कथाकार चित्रा मुद्गल का कहानीलेखन 1964 से शुरू हुआ और अब तक लगभग पाँच दशक की रचनायात्रा में उन्होंने अनेक लोकप्रिय कहानियाँ लिखी हैं। वे सघन सामाजिक सरोकारों से कहानियों को आकार देती हैं। अवध क्षेत्र से लेकर चेन्नई, मुंबई व दिल्ली आदि तक उनका अनुभव विस्तीर्ण है। ‘डोमिन काकी’ से लेकर महानगरों में व्यस्त कामकाजी महिलाओं तक का उन्होंने गहरा अध्ययन किया है। स्त्रीविमर्श की गहमागहमी से अलग रहकर भी उन्होंने हाशिए की ओर ढकेली जा रही स्त्री के बहुतेरे प्रश्नों की पड़ताल की है। वे वंचित व्यक्तियों की पक्षधर रचनाकार हैं। इनकी कहानी सच्चे अर्थों में कहानी है, जिसमें जीवन का सच्चा समन्वयकारी यथार्थ है, रोचकता है, संवेदनाएँ हैं और व्यंजना है। इनकी कहानियाँ पढ़ते हुए जो बिंब बनते हैं, उनका अंतर्निहित अर्थ एक प्रकाशपूर्ण क्षण में उद्घाटित होकर ग्रहण होता है। कहानी की प्रकृति जनतांत्रिक होती है और उसका रसास्वादन अनुभवपरक बोध से होता है। कहानी एक समग्र प्रभाव को संप्रेषित करती है। मनुष्य जब अपनी क्षुद्रताओं, कमजोरियों और छलावों को स्वीकार करता है तो इस स्वीकार से वह आत्मोन्नयन करता है। इस संग्रह की लोकप्रिय कहानियाँ उपदेशात्मक या निर्देशात्मक नहीं, निर्णयात्मक और क्रियात्मक संकल्पों से संपन्न हैं।

Hathyoga : Swaroop Evam Sadhna by Yogi Adityanath

SKU: 9789353224073
योग-साधना के संबंध में आज भी बहुत सी भ्रांत धारणाएँ जन-साधारण के बीच प्रचलित हैं। आम जन-मानस योग का संबंध विरक्त साधु-संन्यासियों के उपयोग तक ही सीमित मानता है। इसी प्रकार हठयोग के संबंध में भी जन-साधारण में यही भ्रांत धारणा है कि ‘हठयोग’ का अर्थ हठात् अर्थात् हठ (विशेष आग्रह) पूर्वक योगाभ्यास करने से है। योग तथा हठयोग से संबंधित इन सभी भ्रांत धाराणाओं को निर्मूल सिद्ध करने तथा इनसे संबंधित सभी आवश्यक तथ्यों और तत्त्वों से जन-साधारण को अवगत कराने की दृष्टि से इस पुस्तक का विशेष महत्त्व है। आशा है कि योग-जिज्ञासु गण इस कृति के माध्यम से हठयोग साधना के विभिन्न विषयों को आसानी से समझ सकेंगे। योग-साधना संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए हमारे ऋषियों-महर्षियों और महान् योगियों द्वारा प्रचारित विशिष्ट रसायन है, जिसका सेवन हर देश, काल, जाति, लिंग, वर्ण, समुदाय, संप्रदाय एवं पंथ के लोगों के लिए सुलभ और उपादेय है।

Maa Ka Dard Kya Vo Samjhta Hai by Arun Shourie

SKU: 9789351865780
एक किताब उन सबके लिए, जिन्हें कष्ट और नुकसान से जूझना पड़ा। यदि ईश्वर है, जो सबकुछ जानता है, सर्वशक्तिमान है और करुणामय भी है, तो चारों तरफ इतना असहनीय दुःख क्यों? हमारे धार्मिक शास्त्रों में कष्ट पर सफाई में क्या कहा गया है? क्या वह सफाई जाँच में टिक पाती है? क्या हमारा अनुभव इस बात को स्वीकार करता है कि ईश्वर है? या फिर दो शैतान— समय और संयोग उन सबका कारण है, जिनसे हमें गुजरना पड़ता है? दुःख और कष्ट का अनुभव कर चुके अरुण शौरी ने शास्त्रों की अग्नि-परीक्षा ली और फिर हमें बताया कि क्यों अंततः उनका झुकाव बुद्ध की शिक्षा की ओर हुआ। उनकी शिक्षा में हमारे दैनिक जीवन के लिए कौन से संदेश हैं?