Congress Ka Phasivad by A. Surya Prakash
कांग्रेस पार्टी हमेशा फासीवाद और फासीवादी प्रवृत्ति के खिलाफ बातें करती रही है। इस पार्टी के नेता दूसरे दलों और उनके नेताओं पर फासीवादी होने का आरोप लगाते रहते हैं, लेकिन सच्चाई इसके एकदम उलट है।
इस पुस्तक में तीन अध्याय हैं, जिसमें कांग्रेस की लोकतांत्रिक परंपराओं की अवमानना और इसकी तानाशाही की चर्चा है।
यह पुस्तक अधिकांश भारतीय नागरिकों की आँखें खोल देगी, जिन्हें उन घटनाओं की जानकारी नहीं है, जिनका उल्लेख इस पुस्तक में है।
कुल मिलाकर यह देश के नागरिकों को आगाह करने के लिए एक प्रयास है, ताकि वे अधिक सतर्क रहें, जिससे भारतीय संविधान के मूल्यों और लोकतांत्रिक परंपराओं को कायम रखा जा सके।
Language |
Hindi |
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