Mahapurushon Ki Shikshaprada Balkathayen by Surendra Singh Negi
संसार में जितने भी सफल व्यक्ति अथवा महापुरुष हुए हैं, इसलिए नहीं कि वे अलौकिक प्रतिभा के धनी थे अथवा साधन-संपन्न थे, बल्कि इसलिए कि वे महान् व्यक्तित्व के स्वामी थे। विश्व में महापुरुषों और सफल व्यक्तियों की जीवनियाँ हमें बताती हैं कि सभी ने अपने व्यक्तित्व का विकास कर जीवन को अनुशासित किया और मानव-कल्याण का संदेश दिया।
महाभारत काल के एक अत्यंत गरीब व साधनहीन बालक एकलव्य में व्यक्तित्व निर्माण के सभी गुण मौजूद थे। उसमें सर्वश्रेष्ठ धनुर्धारी बनने की इतनी ललक थी कि वह अपनी सकारात्मक सोच के साथ अंधकार से प्रकाश की किरण का आभास करता हुआ एकाग्रचित्त और कड़े अम्यास के बलबूते पर ही जीवन के उद्देश्य तक पहुँचने में सफल हुआ था।
प्रस्तुत पुस्तक ‘महापुरुषों की शिक्षाप्रद बालकथाएँ’ में साहित्यकारों, राजनेताओं, दार्शनिकों, समाज-सुधारकों की प्रेरक कथाओं को समाहित किया गया है। ये कथाएँ मानवीय गुण, यथा परोपकार, सदाचार, सेवा, कर्मशीलता, धैर्य आदि का संचार करेंगी।
विश्वास है कि यह कथा-संकलन सभी पाठकों के जीवन में नई स्फूर्ति का संचार करते हुए उनमें आत्मविश्वास पैदा करेगा।
Language |
Hindi |
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