Oonchi Udaan Hi Lakshya Hai by Dilip Trivedi , Shivendra Singh

यदि ऊँची उड़ान आपका लक्ष्य है तो अपनी योजना में शामिल करिए— हौसला, पंख और आँखें। हौसला, जो आपको ऊँचीसेऊँची उड़ान भरने के लिए प्रेरित करे; पंख, जो आपको थकने न दे; आँखें, जिनमें तड़प हो नए आकाश को देखने की!
ऊँची उड़ान का आनंद वही ले सकता है, जिसने किसी जगह विशेष को लक्ष्य बनाने की बजाय ऊँची उड़ान को ही लक्ष्य बना लिया है। यदि लक्ष्य की प्राप्ति एक सुखद क्षण है, तो ऊँची उड़ान को लक्ष्य बनानेवाले पंखों को हर क्षण एक सुखद अनुभूति हो रही है। खुला आसमान, चौड़े पंख और लक्ष्य पर नजर रखते हुए हर पल लक्ष्य प्राप्ति सुखानुभूति की पराकाष्ठा है।
लक्ष्य को प्राप्त करना तो वास्तव में एक क्षण की उपलब्धि है, लेकिन इसको प्राप्त करने की यात्रा हर क्षण एक उपलब्धि है। यह जीवन को सकारात्मक नजरिए से देखने की एक बानगी मात्र है, जिसे स्वीकार करते ही आप ऊँची उड़ान के रास्ते में आनेवाली हर बाधा से नई ऊर्जा प्राप्त करेंगे और सारी नकारात्मकता बहुत पीछे छूट जाएगी; शेष बचेगा— उत्साह, शांति और लगातार मिलनेवाला सृजनात्मक संतोष!

Language

Hindi

Kindly Register and Login to Lucknow Digital Library. Only Registered Users can Access the Content of Lucknow Digital Library.

SKU: 9789351860938 Categories: , Tag: