Paradise Towers by Shweta Bachchan-Nanda
दिनेश ने कपूर परिवार के घर का दरवाजा खोला तो मिसेज अली खान के घर काम करनेवाली मनमोहिनी लता दिखाई दी, जिसके हाथों में गाजर के गरमागरम हलवे से भरा हॉट केस था। पहली मंजिल पर सबकी जानकारी रखनेवाली मिसेज मोदी ने अपनी कीमती दूरबीन की धूल साफ की, ताकि बिल्डिंग के चौकीदार की जासूसी कर सकें। सिंह परिवार ने एस.यू.वी. का दरवाजा खोला। उनके चारों लड़के हल्ला मचाने लगे। वे लोग नए हैं और विदेश से आए हैं। मिसेज रंगनेकर ने हमेशा की तरह अपने दरवाजे के की-होल से झाँककर उन्हें देखा।
‘पैराडाइज टावर्स’ में आप सबका स्वागत है। यह अपार्टमेंट बिल्डिंग सेंट्रल मुंबई में स्थित है। यहाँ हर किसी के पास सुनाने के लिए एक किस्सा है, या यों कहें कि सबके पास छिपाने के लिए एक किस्सा है।
श्वेता बच्चन-नंदा का यह पहला उपन्यास है-रोचक और अत्यंत पठनीयता से भरपूर ।’पैराडाइस टावर्स’ में रहनेवालों की जिंदगियों के बीच गुंथा हुआ-एक वर्जित रोमांस, घर से भागने की एक घटना, गलियारों के बीच मेलजोल से उपजा तनाव और एक धमाकेदार दीवाली समारोह। इसमें सामाजिकता, दीवानगी रिश्तों की ऊहापोह-यानी एंटरटेनमेंट का पूरा मसाला मिलेगा।
Language |
Hindi |
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