Prerak Laghukathayen by Manish Khatri

लघुकथा गागर में सागर भर देने का कौशल है। ये लघुकथाएँ मानवीय सरोकारों व संवेदनाओं के साथ अपने लघु स्वरूप में पाठकों के हृदय तक पहुँचने का सामर्थ्य रखती हैं तथा ‘देखन में छोटे लगैं, घाव करें गंभीर’ की उक्ति को चरितार्थ करती हैं। ये कथाएँ पाठकों को न केवल पढ़ने का ही सुख देंगी बल्कि बहुत कुछ सोचने को भी विवश करेंगी। देश की युवा पीढ़ी को सदाचार व नैतिकतापूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा देनेवाली ये लघुकथाएँ सांस्कृतिक आतंकवाद के अंधकारमय वर्तमान सामाजिक वातावरण में नई रोशनी का काम करती हैं।
एक पठनीय व संग्रहणीय लघुकथा-संग्रह, जो निश्चय ही पाठकों को रोचक व मनोरंजक लगेगा।

Language

Hindi

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