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Saur Oorja by Vinod Kumar Mishra
सूर्य ही पृथ्वी की समस्त ऊर्जाओं का स्रोत है । हवा सूर्य के कारण ही चलती है और पर्वतों पर जमी बर्फ सूर्य के ताप से ही पिघलती है, जिससे हमारी गंगा-यमुना जैसी नदियाँ गरमियों में भी नहीं सूखती हैं । मनुष्य ने सूर्य द्वारा दी जानेवाली ऊर्जा को उपयोगी बनाने के लिए अनेक उपकरण बनाए । एक ओर सूर्य से मिलनेवाले ताप से पानी गरम किया गया और उससे मशीनें आदि चलाई गईं तो दूसरी ओर उससे समुद्र के पानी को सुखाकर नमक तैयार किया गया ।
नवीन शोधों ने सूर्य के प्रकाश से सीधे बिजली पैदा करना सरल बना दिया । आज कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ सिर्फ सौर ऊर्जा का ही उपयोग हो सकता है, जैसे-पृथ्वी का चक्कर लगा रहे उपग्रह, दूसरे ग्रहों पर जानेवाले यान इत्यादि । इसके अतिरिक्त दुर्गम और पहाड़ी इलाकों, समुद्र के बीच तेल खनन केंद्रों, छोटे निर्जन द्वीप आदि क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ सौर ऊर्जा एकमात्र साधन वन सकता है या पवन ऊर्जा के साथ मिलकर विश्वसनीय और प्रभावी ऊर्जा स्रोत बन सकता है ।
प्रस्तुत पुस्तक में विद्वान् लेखक ने सौर ऊर्जा से संबंधित अनेक महत्त्वपूर्ण जानकारियाँ दी हैं । पुस्तक को पढ़कर पाठकगण लाभान्वित होंगे और सौर ऊर्जा संबंधी व्यापक जानकारी से स्वयं को समृद्ध कर सकेंगे । विद्यार्थियों, शिक्षकों, लेखकों, पत्रकारों, वैज्ञानिकों तथा आम पाठकों हेतु एक पठनीय और संग्रहणीय ग्रंथ ।
Sava Arab Bharatiyon Ka Sapna by Uday Mahurkar
क्या मोदी शासन के लिटमस टेस्ट को पास कर पाएँगे? क्या उनका प्रदर्शन उनके वादों के अनुरूप है?
‘सवा अरब भारतीयों का सपना’ में उदय माहुरकर ने मोदी सरकार के तीन साल के कार्यकाल का विश्लेषण मोदी के सत्ता में आने से पहले के नीति पक्षाघात तथा भ्रष्टाचार की पृष्ठभूमि में किया है, जिससे देश को उबारने की उनके सामने कठिन चुनौती थी। शासन के प्रमुख क्षेत्रों, जैसे बुनियादी संरचना, विदेश मामले, बिजली, सामाजिक क्षेत्र, वित्त, डिजिटल प्रौद्योगिकी और कृषि पर ध्यान केंद्रित करते हुए माहुरकर ने वर्तमान सरकार के कार्य तथा प्रधानमंत्री की ओर से किए गए यादगार परिवर्तनों का वर्णन किया है। डिजिटल नवीनीकरण करना तथा बिचौलियों को जड़ से उखाड़ना प्रमुख है, जिनका परिणाम अभूतपूर्व पारदर्शिता और गरीबी पर जबरदस्त हमले के रूप में सामने आया है। उन्होंने मोदी सरकार की कुछ कमियों को गिनाने के साथ ही, उनका आलोचनात्मक मूल्यांकन भी किया है।
क्या मोदी एक महान् संस्थान निर्माता बन पाएँगे, जो एक महान् राष्ट्र निर्माता के लिए आवश्यक शर्त होती है? अर्थव्यवस्था पर विमुद्रीकरण का कितना दूरगामी प्रभाव पड़ेगा? यह पुस्तक ऐसे अनेक प्रश्नों का अत्यंत व्यावहारिकता और वस्तुनिष्ठता के साथ उत्तर देती है।
Savarkar Par Thope Huye Chaar Abhiyog by Harindra Srivastava
भारतीय इतिहास की सबसे कू्रर विडंबना यही रही है कि इसे कभी राष्ट्रीय दृष्टिकोण से लिखा ही नहीं गया। वे चाहे नृशंस विदेशी आक्रांता हों अथवा चाटुकारिता के भूखे स्वदेशी शासक, सभी ने सदा ही, पंगु इतिहासकारों को लुभाकर अथवा डराकर अपनी प्रशस्ति लिखवाई और उसी को इतिहास कहा; जो यथार्थ में ‘उपहास’ या ‘परिहास’ से ऊपर उठ ही नहीं पाया।
विशुद्ध राष्ट्रीय दृष्टिकोण से इतिहास लिखने का पहला साहस किया भारत माँ के सपूत स्वातंत्र्य वीर सावरकर ने, जिसने 1908 में फिरंगियों के आँगन (लंदन) में घुसकर उन्हीं के पुस्तकालयों से सामग्री जुटाकर ‘1857 का स्वातंत्र्य-समर’ नामक एक ऐसे मौलिक ग्रंथ की रचना की, जिससे समूचा विश्व प्रकंपित हो उठा और सारी पूर्व स्थापित ऐतिहासिक मान्यताएँ ध्वस्त हो गईं।
परिणाम स्पष्ट था। पुस्तक, प्रथम अध्याय प्रकाशित होने से पूर्व ही अंग्रेजी सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दी गई। अंग्रेजों ने सावरकर से प्रतिशोध लेने के लिए एक के बाद एक मनगढ़ंत आरोप लगाकर उन पर अभियोगों की झड़ी लगा दी और वो भी विभिन्न देशों के न्यायालयों में।
प्रस्तुत पुस्तक इन्हीं थोपे हुए अभियोगों का लेखा-जोखा है और आधारित है उस प्रामाणिक सामग्री पर, जो इन अभियोगों के मौलिक स्थलों पर जाकर वहीं के अभिलेखागारों से जुटाई गई है।
पूरे विश्व के इतिहास में कर्मयोगी सावरकर के इस पक्ष पर आज तक कुछ भी लिखा ही नहीं गया। यही है इस पुस्तक की अभूतपूर्व मौलिकता।
Savdhan! Cigarette Pina Mana Hai by Mahesh Dutt Sharma
कोई भी नशा बेहद खतरनाक है, क्योंकि यह जानलेवा होता है। नशाखोर व्यक्ति इसकी चपेट में आकर अपना स्वास्थ्य, नौकरी-व्यवसाय, घर-परिवार सबकुछ चौपट कर देता है।
कितने अचंभे की बात है कि नशाखोर अपनी मौत पैसों से खरीदते हैं। वे जान-बूझकर तिल-तिल मौत का शिकार होते रहते हैं। सिगरेट पीनेवालों को तो समझदार हरगिज नहीं कहा जा सकता। वे खुद तो सिगरेट-बीड़ी पीकर बरबाद होते हैं, साथ ही जहरीला धुआँ छोड़कर अपने आसपास रहनेवालों को भी बीमार करने में कोई कसर नहीं छोड़ते।
इस पुस्तक का यही उद्देश्य है कि लोग बीड़ी-सिगरेट, तंबाकू-गुटखे से तौबा कर लें तथा औरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। केवल पढ़कर ही न रह जाएँ कि सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि उस पर अमल भी करें। नशा करनेवाले यह न भूलें कि उनकी इन बुरी आदतों की लत उनके बच्चों को भी लग सकती है; इससे न केवल वे स्वयं नष्ट होंगे, बल्कि उनकी आनेवाली पीढ़ी भी इससे निजात नहीं पा सकेगी। इसलिए आज ही अपनी अदम्य इच्छाशक्ति जाग्रत् करके तय कर लें कि किसी भी प्रकार का नशा नहीं करेंगे और जीवन में खुशहाल होने के मार्ग पर वापस लौटेंगे।
Savitri
Even the merciless Lord Yama is charmed by Savitri. This gentle, beautiful princess is admired by gods and kings, the rich and the poor, the young and the old. But when the shadow of death hangs over her husband she is filled with courage spurred by her selfless love for him. She strives for a miracle, with amazing success!
Savitri (Hindi)
Even the merciless Lord Yama is charmed by Savitri. This gentle, beautiful princess is admired by gods and kings, the rich and the poor, the young and the old. But when the shadow of death hangs over her husband she is filled with courage spurred by her selfless love for him. She strives for a miracle, with amazing success!